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"पर्वतों से उतर गई है हवा / सर्वत एम जमाल" के अवतरणों में अंतर

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पर्वतों से उतर गई है हवा
 
पर्वतों से उतर गई है हवा
 
जाने अब किस नगर गई है हवा
 
जाने अब किस नगर गई है हवा

17:38, 21 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण

पर्वतों से उतर गई है हवा
जाने अब किस नगर गई है हवा

झील पहले तो साफ़ रहती थी
अब के कुछ रेत भर गई है हवा

मुंह के बल गिर पड़े हैं सरे दरख़्त
काम ही ऐसा कर गई है हवा

फिर घुटन क्यों सवार है सब पर
शहर में आज अगर गई है हवा

जब से गुज़री है शहर से होकर
लोग कहते हैं डर गई है हवा

पेड़-पौधों को इसका इल्म नहीं
आज किस किस के घर गई है हवा

आसमां से जमीं तक आने में
देख सर्वत बिखर गई है हवा