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"बीच हमारे कुछ दूरी है / वर्षा सिंह" के अवतरणों में अंतर

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बीच हमारे कुछ दूरी है ।
 
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शायद उसकी मज़बूरी है ।
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शायद उसकी मजबूरी है ।
  
 
संवादों से लगे पराया
 
संवादों से लगे पराया

10:24, 23 सितम्बर 2010 का अवतरण

बीच हमारे कुछ दूरी है ।
शायद उसकी मजबूरी है ।

संवादों से लगे पराया
दिल ही दिल में मंज़ूरी है ।

मन बहकाए, तन बहकाए
गंध प्यार की कस्तूरी है ।

जब-जब बरसी प्यार की 'वर्षा'
भीगी ये दुनिया पूरी है ।