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"शरारत / गुलज़ार" के अवतरणों में अंतर
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आओ तुमको उठा लूँ कंधों पर | आओ तुमको उठा लूँ कंधों पर | ||
− | तुम उचककर | + | तुम उचककर शरीर होठों से चूम लेना |
चूम लेना ये चाँद का माथा | चूम लेना ये चाँद का माथा | ||
आज की रात देखा ना तुमने | आज की रात देखा ना तुमने | ||
− | कैसे झुक- | + | कैसे झुक-झुक के कोहनियों के बल |
चाँद इतना करीब आया है | चाँद इतना करीब आया है | ||
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19:25, 23 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
आओ तुमको उठा लूँ कंधों पर
तुम उचककर शरीर होठों से चूम लेना
चूम लेना ये चाँद का माथा
आज की रात देखा ना तुमने
कैसे झुक-झुक के कोहनियों के बल
चाँद इतना करीब आया है