भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"और एक तारा / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्ख / लीलाधर म…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:00, 29 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
इस सिसकी का मत पूछो
भूल जाओ इस आंसू को
और इक तारा टूटा है
और अंधेरा गहराया