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"परिंदे / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

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12:01, 29 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण


परिंदों की तरह
सफर में रहने वाले
ये मजूर

आज इतवार को रूके हैं
उस नीलगूं तलहटी में
वहां दहक रहा है अलाव

आग के चारों तरफ
मदमस्‍त होकर नाच-गा रहे हैं

ये परिंदे आज पिकनिक मना रहे हैं