भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मेहर / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्ख / लीलाधर म…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
14:22, 29 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण
मेहर की प्रथा
क्रांतिकारी विचार है
कहा उन्होंने
आह !
यह नहीं लौटाता
बीती हुई जवानी
अम्मी ने कहा