भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ममता / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्‍ख / लीलाधर म…)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:27, 29 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण


सन्‍दूक में कर्ण को
बहाते समय
कुन्‍ती ने रख दिये
महंगे स्‍वर्ण आभूषण

रखना भूल गई ममता

मांगा उसने उसी का मूल्‍य
अपने पुत्रों के लिए

कर्ण के जीवन के लिए
उसने नहीं मांगा कुछ
कृष्‍ण से
अपने पुत्रों से