भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बहाना / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्‍ख / लीलाधर म…)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:40, 29 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण


झरता है तुम्‍हारी आंखों से
नेह जो

पीता हूं वही

अंजुरि से बहता जल तो
एक बहाना है