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"हसरत / आलोक धन्वा" के अवतरणों में अंतर

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12:51, 11 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण


जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं
वहाँ मेरा क्या है
मैं नहीं जानता
लेकिन एक दिन जाना है उधर

उस ओर किसी को जाते हुए देखते
कैसी हसरत भड़कती है !


(1996)