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"गुल्लक / पवन करण" के अवतरणों में अंतर

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बिटिया बड़े जतन से सिक्के जोड़ती
 
बिटिया बड़े जतन से सिक्के जोड़ती
 
 
कान से सटाकर देखती बजाकर
 
कान से सटाकर देखती बजाकर
 
 
गुल्लक में सिक्के खन-खन करते
 
गुल्लक में सिक्के खन-खन करते
 
  
 
पिता के सामने गुल्लक रखती
 
पिता के सामने गुल्लक रखती
 
 
उसकी हथेली पर गुल्लक में भरने
 
उसकी हथेली पर गुल्लक में भरने
 
 
एक सिक्का और रखते पिता
 
एक सिक्का और रखते पिता
 
 
बिटिया जाती गुल्लक छुपाती माँ हँसती
 
बिटिया जाती गुल्लक छुपाती माँ हँसती
 
  
 
बिटिया बड़ी हो चुकी, ब्याह हो चुका
 
बिटिया बड़ी हो चुकी, ब्याह हो चुका
 
 
जा चुकी अपने घर
 
जा चुकी अपने घर
 
 
कहाँ आ पाती है पिता के घर
 
कहाँ आ पाती है पिता के घर
 
 
चिट्ठियाँ आती हैं
 
चिट्ठियाँ आती हैं
 
  
 
जब कोई चिट्ठी उसकी आती है
 
जब कोई चिट्ठी उसकी आती है
 
 
घर में बसी उसकी यादें
 
घर में बसी उसकी यादें
 
 
गुल्लक में भरे सिक्कों-सी
 
गुल्लक में भरे सिक्कों-सी
 
 
खन-खन बजती हैं
 
खन-खन बजती हैं
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20:33, 31 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण

बिटिया बड़े जतन से सिक्के जोड़ती
कान से सटाकर देखती बजाकर
गुल्लक में सिक्के खन-खन करते

पिता के सामने गुल्लक रखती
उसकी हथेली पर गुल्लक में भरने
एक सिक्का और रखते पिता
बिटिया जाती गुल्लक छुपाती माँ हँसती

बिटिया बड़ी हो चुकी, ब्याह हो चुका
जा चुकी अपने घर
कहाँ आ पाती है पिता के घर
चिट्ठियाँ आती हैं

जब कोई चिट्ठी उसकी आती है
घर में बसी उसकी यादें
गुल्लक में भरे सिक्कों-सी
खन-खन बजती हैं