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"भींत कोनी मानी / विनोद स्वामी" के अवतरणों में अंतर

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<poem>भींत में थान है
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भींत में थान है
 
थान में देवता
 
थान में देवता
 
आरती सूं
 
आरती सूं

20:50, 31 अक्टूबर 2010 का अवतरण

भींत में थान है
थान में देवता
आरती सूं
देवता तो मानता रैया
पण
भींत कोनी मानी
एक दिन
दाब मार्या
देवतावां नै भींत!