भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पश्चिमी बंगाल के दो रूप / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ …) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:28, 1 नवम्बर 2010 का अवतरण
एक
पानी था
पानी में डूब गया
पानी का पेड़
दो
कागज है
कागज में कैद हुआ
कागज का प्रेत
रचनाकाल: २२-११-१९६७