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"आम का पेड़ / आलोक धन्वा" के अवतरणों में अंतर

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21:12, 1 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

बीसों साल पुराना
यह पेड़ आम का
शाम के रंग का
 
ज़मीन तक झुक कर
ऊपर उठी हैं इसकी कई डालियाँ
कुछ तने को ऊपर उठाती
साथ-साथ गई हैं खुले में
 
रात में इसके नीचे
सूखी घास जैसी गरमाहट
नीड़, पक्षियों की साँस
उनके डैनों और बीट की गंध
काली मिट्टी जैसी छाया।
(1996)