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"घायल चिड़ी अर टाबर / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

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<poem>गोळी रै धमाकै सागै
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गोळी रै धमाकै सागै
 
घायल हो जावै आंगणै में पड़ै
 
घायल हो जावै आंगणै में पड़ै
 
आभै उड़ती चिड़ी एक
 
आभै उड़ती चिड़ी एक

22:36, 25 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

गोळी रै धमाकै सागै
घायल हो जावै आंगणै में पड़ै
आभै उड़ती चिड़ी एक
खून सूं लथपथ पांखां देख
डरूं-फरूं हुवै टाबर

आभै कानी देखै-
अलघै-अळघै तांई
आंख्यां आगै अंधारो !