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[[चित्र:India_flag.gif]] <font size=4>प्रेमचंद के उपन्यास ’निर्मला’ का संस्कृत में अनुवाद पंडित श्रीराम दवे ने इसी नाम से किया। आलोचक विश्वनाथ तिवारी को साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान
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