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"कविता री ताकत / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर
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21:09, 1 दिसम्बर 2010 का अवतरण
कविता
नीं करा सकै बिरखा
कविता
नीं उगा सकै सूरज
कविता
नीं धपा सकै पेट
पण कविता
जरूर बता सकै
मारग
पाणी लावणै रो
रात टिपावणै रो
भूख मिटावणै रो ।