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"मिली जुली गावे के बधैया, बधैया गाव सोहर हो" के अवतरणों में अंतर

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20:56, 4 दिसम्बर 2010 का अवतरण

मिली जुली गावे के बधइया, बधइया गाव सोहर हो

आज क्रिशन के होइहे जनमवा, जगत गाई सोहर हो॥

नन्द बाबा देवे धेनू गैया लुटावे धन यशोदा मैया हो

यहवा घर घर बाजता बधैया, महलिया उठे सोहर हो॥