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बिछोह / बरीस पास्तेरनाक

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अंदर देखता है एक आदमी
अपने घर की ओर ।
वह अपना घर पहचन पहचान नहीं सकता
एक उड्डयन की तरह था
उसकी प्रेयसी का चले जाना
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