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कोई लौटा दे मेरे, बीते हुए दिन - (२)
बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल छिन
कोई लौटा दे ...
मैं अकेला तो ना था, थे मेरे साथी कई
एक आँधी -सी उठी, जो भी था लेके गई आज मैं ढूँढूं कहांढूँढूँ कहाँ, खो गये गए जाने किधर - २बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल -छिन
कोई लौटा दे ...
मेरे ख्वाबों ख़्वाबों के नगर, मेरे सपनों के शहर पी लिया जिनके लियेलिए, मैंने जीवन का ज़हर ऐसे भी दिन थे कभी, मेरी दुनिया थी मेरी - २बीते हुए दिन वो हाय, प्यारे पल -छिन
कोई लौटा दे ...
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