भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKCatKavita}}
<poem>
किये किए हुए पापों का अनजानी गलतियों ग़लतियों का
दूसरों से खाए धोखों का
खुद ख़ुद खाई चोटों का
कहे हुए शब्दों के लिए
अनकहे शब्दों के लिए
झुकी आँखों का
उठे हाथों का
लरजी लरज़ी जबान का
घुटी साँसों का
अंत में है
सूरज की रश्मियों से
होड़ न ले पाने का
सहस्त्रबाहू सहस्त्रबाहु से तुलना किये किए जाने का
चाँद की कलाओं को
मात न दे पाने का
सफेदी के झांकने का
उजले चरित्र पर
कालिख कालिख़ के पुतने का
पड़ोस की गुडिया पर
जवानी चढने का
दिन-रात निगलने का
उभारों को टटोलती
चोर -निगाहों का
हुलसे क्षणों का
फिसले पलों का
डपट खाकर
दाँत निपोरने का
आशाएं आशाएँ जगाकर
निराशाओं को पाने का
पाई खुशियों ख़ुशियों की
कमियाँ गिनाने का
वरदान पाने का
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,340
edits