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"एक आदमी होता था / अजेय" के अवतरणों में अंतर

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<poem>पहले एक गोरेय्या होती थी  
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<poem>पहले एक गौरैया होती थी  
 
एक आदमी होता था  
 
एक आदमी होता था  
 
लेकिन आदमी इतना ऊँचा उड़ा  
 
लेकिन आदमी इतना ऊँचा उड़ा  
कि गोरेय्या खो गई!  
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कि गौरैया खो गई!  
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पहले एक पहाड़ होता था  
 
पहले एक पहाड़ होता था  
 
एक आदमी होता था  
 
एक आदमी होता था  
 
लेकिन आदमी ऐसे तन कर खड़ा  
 
लेकिन आदमी ऐसे तन कर खड़ा  
 
कि पहाड़ ढह गया!  
 
कि पहाड़ ढह गया!  
पहले एक नदी होती थी एक आदमी होता था लेकिन आदमी ऐसे वेग से बहा  
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पहले एक नदी होती थी  
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एक आदमी होता था  
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लेकिन आदमी ऐसे वेग से बहा  
 
कि नदी सो गई!  
 
कि नदी सो गई!  
  
 
पहले एक पेड़ होता था  
 
पहले एक पेड़ होता था  
 
एक आदमी होता था  
 
एक आदमी होता था  
लेकिन आदमी ऐसे ज़ोर से झूमा कि पेड़ सूख गया!  
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लेकिन आदमी ऐसे ज़ोर से झूमा
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कि पेड़ सूख गया!  
  
 
पहले एक पृथ्वी होती थी  
 
पहले एक पृथ्वी होती थी  
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.... पहले एक आदमी होता था.   
 
.... पहले एक आदमी होता था.   
  
मई 4, 2010. कुल्लू  
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04 मई 2010, कुल्लू  
 
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11:11, 25 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण

पहले एक गौरैया होती थी
एक आदमी होता था
लेकिन आदमी इतना ऊँचा उड़ा
कि गौरैया खो गई!

पहले एक पहाड़ होता था
एक आदमी होता था
लेकिन आदमी ऐसे तन कर खड़ा
कि पहाड़ ढह गया!

पहले एक नदी होती थी
एक आदमी होता था
लेकिन आदमी ऐसे वेग से बहा
कि नदी सो गई!

पहले एक पेड़ होता था
एक आदमी होता था
लेकिन आदमी ऐसे ज़ोर से झूमा
कि पेड़ सूख गया!

पहले एक पृथ्वी होती थी
एक आदमी होता था
लेकिन आदमी इतने ज़ोर से घूमा
कि पृथ्वी रो पड़ी!

.... पहले एक आदमी होता था.

04 मई 2010, कुल्लू