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"लाठी में हैं गुण बहुत / गिरिधर" के अवतरणों में अंतर

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लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग । <बर>
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लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग । <br />
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गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग । <br />
 
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तहां बचावे अंग,
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17:37, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग ।

गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग ।

तहां बचावे अंग,