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| − | * [[ / गोरधनसिंह शेखावत]] | + | ====राजस्थानी कविताएँ==== |
| + | * [[मिनख / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
| + | * [[तूं कद आसी / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
| + | * [[काळ / गोरधनसिंह शेखवत]] | ||
| + | * [[कदमताळ / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
| + | * [[पनजी मारू / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
| + | * [[थूं / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
| + | * [[बावड़ ज्याणू चाये म्हनै पूठो / गोरधनसिंह शेखावत]] | ||
10:35, 15 मार्च 2017 के समय का अवतरण
गोरधनसिंह शेखावत

| जन्म | 10 अप्रैल 1941 |
|---|---|
| जन्म स्थान | गुड़ा, जिला झुंझुनू, राजस्थान |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| किरकर, पनजी मारू, खुद सूं खुद री बातां | |
| विविध | |
| मूल रूप में कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार, समीक्षक और संपादक। राजस्थानी की नई कविता के प्रथम पंक्ति के कवि है। | |
| जीवन परिचय | |
| गोरधनसिंह शेखावत / परिचय | |
राजस्थानी से अनूदित कविताएँ
- दादाजी कहते थे / गोरधनसिंह शेखावत
- लौट जाना चाहिए मुझे / गोरधनसिंह शेखावत
- क्या जबाब होगा ? / गोरधनसिंह शेखावत
- काला डूंगर / गोरधनसिंह शेखावत
- डूंगर पर / गोरधनसिंह शेखावत