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"धार / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर
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इन हाथों को नहीं पसारा | इन हाथों को नहीं पसारा | ||
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यह अनाज जो बदल रक्त में | यह अनाज जो बदल रक्त में | ||
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टहल रहा है तन के कोने-कोने | टहल रहा है तन के कोने-कोने | ||
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यह कमीज़ जो ढाल बनी है | यह कमीज़ जो ढाल बनी है | ||
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बारिश सरदी लू में | बारिश सरदी लू में | ||
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सब उधार का, माँगा चाहा | सब उधार का, माँगा चाहा | ||
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नमक-तेल, हींग-हल्दी तक | नमक-तेल, हींग-हल्दी तक | ||
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सब कर्जे का | सब कर्जे का | ||
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यह शरीर भी उनका बंधक | यह शरीर भी उनका बंधक | ||
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अपना क्या है इस जीवन में | अपना क्या है इस जीवन में | ||
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सब तो लिया उधार | सब तो लिया उधार | ||
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सारा लोहा उन लोगों का | सारा लोहा उन लोगों का | ||
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अपनी केवल धार । | अपनी केवल धार । | ||
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13:16, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
कौन बचा है जिसके आगे
इन हाथों को नहीं पसारा
यह अनाज जो बदल रक्त में
टहल रहा है तन के कोने-कोने
यह कमीज़ जो ढाल बनी है
बारिश सरदी लू में
सब उधार का, माँगा चाहा
नमक-तेल, हींग-हल्दी तक
सब कर्जे का
यह शरीर भी उनका बंधक
अपना क्या है इस जीवन में
सब तो लिया उधार
सारा लोहा उन लोगों का
अपनी केवल धार ।