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"नकली दवा / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान" के अवतरणों में अंतर

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'''नकली दवा'''
 
 
नकली दवा प्रदूषित पानी  
 
नकली दवा प्रदूषित पानी  
सेहत के अफसाने
+
सेहत के अफ़साने
ढूढ रहे शैवाल वनों में  
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ढूँढ रहे शैवाल-वनों में  
हम मोती के दाने  
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हम मोती के दाने
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लोभी कुर्सी भ्रष्ट व्यवस्था  
 
लोभी कुर्सी भ्रष्ट व्यवस्था  
 
राजनीति दलबदलू  
 
राजनीति दलबदलू  
 
टेण्डर ठेका और कमीशन  
 
टेण्डर ठेका और कमीशन  
 
सिक्के के दो पहलू  
 
सिक्के के दो पहलू  
बंदरबांट आंकडे फर्जी  
+
 
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बंदर-बाँट आँकडे फर्जी  
 
बिकते जनपद थाने  
 
बिकते जनपद थाने  
सुविधा शुल्क बढी मंहगाई
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राम राज्य के सपने  
+
सुविधा-शुल्क बढ़ी महँगाई
निभा रहे दोमुंही भूमिका  
+
राम-राज्य के सपने  
 +
निभा रहे दोमुँही भूमिका  
 
जो कल तक थे अपने  
 
जो कल तक थे अपने  
आसमान छूने की बाते
+
 
खाली पडे खजाने
+
आसमान छूने की बातें
अफसरशाही नेतागीरी
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खाली पड़े खज़ाने
एक खाट के दो पाये
+
 
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अफ़सरशाही नेतागिरी
 +
एक खाट के दो पाए
 
खोटे सिक्कों की नगरी में  
 
खोटे सिक्कों की नगरी में  
सोना मुंह लटकाये
+
सोना मुँह लटकाए
लाठी, डन्डे, बम, बन्दूके
+
 
 +
लाठी, डन्डे, बम, बन्दूकें
 
लोकतंत्र के माने  
 
लोकतंत्र के माने  
ढूंढ रहे शैवाल बनों में  
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ढूँढ रहे शैवाल-वनों में  
हम मोती के दाने।
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हम मोती के दाने ।
 
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01:45, 24 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

नकली दवा प्रदूषित पानी
सेहत के अफ़साने
ढूँढ रहे शैवाल-वनों में
हम मोती के दाने ।
 
लोभी कुर्सी भ्रष्ट व्यवस्था
राजनीति दलबदलू
टेण्डर ठेका और कमीशन
सिक्के के दो पहलू

बंदर-बाँट आँकडे फर्जी
बिकते जनपद थाने

सुविधा-शुल्क बढ़ी महँगाई
राम-राज्य के सपने
निभा रहे दोमुँही भूमिका
जो कल तक थे अपने

आसमान छूने की बातें
खाली पड़े खज़ाने

अफ़सरशाही नेतागिरी
एक खाट के दो पाए
खोटे सिक्कों की नगरी में
सोना मुँह लटकाए

लाठी, डन्डे, बम, बन्दूकें
लोकतंत्र के माने
ढूँढ रहे शैवाल-वनों में
हम मोती के दाने ।