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"उमाव / मीठेश निर्मोही" के अवतरणों में अंतर

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<poem>भाख फाटतां ई
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भाख फाटतां ई
 
नापण लागै
 
नापण लागै
 
आभौ
 
आभौ

14:23, 1 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

भाख फाटतां ई
नापण लागै
आभौ
भाजता ई भाजता
जावै
अछेह अपार ।

लेय दांणौ
बावड़ै
चीरतां
अंधारौ ।

आपरै भाग नै
चेत्यां देख
फुदकण लागै
माळौ ।