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"प्रकाश के रंग / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर
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− | इन्हीं में रंगों की लहर उमड़ी व्योम-सरि सी | + | </poem> |
05:19, 22 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण
प्रकाशों की धारा दिवस रजनी नित्य बहती
सभी की आँखों में अदिख छवि लाई मचल के
सधे आवर्तों में घिर कर कई प्राण बहके
इन्हीं में रंगों की लहर उमड़ी व्योम-सरि सी ।