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"चेतन जड़ / अशोक चक्रधर" के अवतरणों में अंतर

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प्यास कुछ और बढ़ी
 
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और बढ़ी ।
 
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बेल कुछ और चढ़ी
 
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और चढ़ी ।
 
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प्यास बढ़ती ही गई,
 
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बेल चढ़ती ही गई ।
 
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कहाँ तक जाओगी बेलरानी
 
कहाँ तक जाओगी बेलरानी
 
 
पानी ऊपर कहाँ है ?
 
पानी ऊपर कहाँ है ?
 
  
 
जड़ से आवाज़ आई--
 
जड़ से आवाज़ आई--
 
 
यहाँ है, यहाँ है ।
 
यहाँ है, यहाँ है ।
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09:47, 28 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण

प्यास कुछ और बढ़ी
और बढ़ी ।

बेल कुछ और चढ़ी
और चढ़ी ।

प्यास बढ़ती ही गई,
बेल चढ़ती ही गई ।

कहाँ तक जाओगी बेलरानी
पानी ऊपर कहाँ है ?

जड़ से आवाज़ आई--
यहाँ है, यहाँ है ।