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* [[फिर इस दिल के मचलने की कहानी याद आती है / गुलाब खंडेलवाल]] | * [[फिर इस दिल के मचलने की कहानी याद आती है / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
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11:18, 20 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण
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रचनाकार | गुलाब खंडेलवाल |
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प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | ग़ज़ल |
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ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- अदाओं की तेरी जादूगरी जानी नहीं जाती / गुलाब खंडेलवाल
- अब कहाँ चाँद-सितारे हैं नज़र के आगे! / गुलाब खंडेलवाल
- उम्र भर ख़ाक़ ही छाना किये वीराने की / गुलाब खंडेलवाल
- कभी धड़कनों में है दिल की तू, कभी इस जहान से दूर है / गुलाब खंडेलवाल
- तेरी अदाओं का हुस्न तो हम छिपाके ग़ज़लों में रख रहे हैं / गुलाब खंडेलवाल
- फिर इस दिल के मचलने की कहानी याद आती है / गुलाब खंडेलवाल
- यों तो ख़ुशी के दौर भी होते है कम नहीं / गुलाब खंडेलवाल
- साथ हरदम भी बेनक़ाब नहीं / गुलाब खंडेलवाल