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निशांत की कविताएं देश भर की तमाम पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है ।निशांत की कविताओं का अंग्रेजी, उर्दू,बांग्ला, ओड़िया,मराठी,गुजराती सहित कई भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है । अभी तक उनके तीन कविता संग्रह जवान होते हुए लड़के का कबूलनामा (भारतीय ज्ञानपीठ,2009),जी हाँ, मैं लिख रहा हूँ (राजकमल प्रकाशन,2012), जीवन हो तुम (सेतु प्रकाशन,2019) प्रकाशित हो चुके है ।
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जीवनानन्द दास पर हिन्दी में पहली आलोचना पुस्तक 'जीवनानन्द दास और आधुनिक हिन्दी कविता' (2013)।
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रवीन्द्रनाथ ठाकुर, जीवनानन्द दास, सत्यजीत रे, महाश्वेता देवी, सुनील गंगोपाध्याय, शंख घोष, नवारुण भट्टाचार्य, जय गोस्वामी, बुद्धदेव दासगुप्ता, आलोक सरकार से लेकर बंगाल के युवा कवियों की कविताओं की बांग्ला से हिन्दी अनुवाद की चार पुस्तकें।
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जेएनयू से एम०ए०, एम०फिल०,पीएच० डी० (हिन्दी) ।
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रवींद्रनाथ टैगोर की 13 कविताओं पर आधारित फिल्म त्रयोदशी में अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिल्मकार और कवि बुद्धदेव दासगुप्ता के साथ बतौर सहायक निर्देशक और अभिनेता कार्य। 
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'''सम्पर्क'''
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निशांत - 9239612662
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16:39, 15 मई 2020 के समय का अवतरण

जन्म व बचपन

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिले में चार अक्टूबर 1978 को जन्मे बालक को ‘मिठाईलाल’ के नाम से पुकारा गया । इसी बालक का स्कूल में दाखिल हुआ तो हाजिरी रजिस्टंर में नाम अंकित किया गया ‘बिजय कुमार साव’ । सोलह साल की उम्र में 1993 में पहली कविता जनसत्ता में प्रकाशित हुई तो कवि का नाम ‘बिजय कुमार साव’ नही था, ‘मिठाईलाल’ ही था । कुछ दिन इसी नाम से कविताएँ छपती और प्रशंसित होती रहीं।बाद में इसे कवि-आलोचक अशोक वाजपेयी के सुझाव पर बदल दिया और निशांत नाम से कविता करने लगे।

कविता-संग्रह

निशांत की कविताएं देश भर की तमाम पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है ।निशांत की कविताओं का अंग्रेजी, उर्दू,बांग्ला, ओड़िया,मराठी,गुजराती सहित कई भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका है । अभी तक उनके तीन कविता संग्रह जवान होते हुए लड़के का कबूलनामा (भारतीय ज्ञानपीठ,2009),जी हाँ, मैं लिख रहा हूँ (राजकमल प्रकाशन,2012), जीवन हो तुम (सेतु प्रकाशन,2019) प्रकाशित हो चुके है ।

पुरस्कार
 
भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार (2008)
नागार्जुन कृति सम्मान (2009)
शब्द साधना युवा सम्मान (2010)
मलखान सिंह सिसौदिया पुरस्कार

अन्य पुस्तकें

जीवनानन्द दास पर हिन्दी में पहली आलोचना पुस्तक 'जीवनानन्द दास और आधुनिक हिन्दी कविता' (2013)।
रवीन्द्रनाथ ठाकुर, जीवनानन्द दास, सत्यजीत रे, महाश्वेता देवी, सुनील गंगोपाध्याय, शंख घोष, नवारुण भट्टाचार्य, जय गोस्वामी, बुद्धदेव दासगुप्ता, आलोक सरकार से लेकर बंगाल के युवा कवियों की कविताओं की बांग्ला से हिन्दी अनुवाद की चार पुस्तकें।

शिक्षा व व्यवसाय

जेएनयू से एम०ए०, एम०फिल०,पीएच० डी० (हिन्दी) ।
सम्प्रति पश्चिम बंगाल में काज़ी नजरुल विश्वविद्यालय बर्दमान जनपद में अध्यापन । निशांत उत्तर प्रदेश में जन्मे परन्तु बचपन से ही पश्चिम बंगाल में रहे । जाहिर है कि बांग्ला साहित्य और फिल्मों से लगाव है ।

फ़िल्म

रवींद्रनाथ टैगोर की 13 कविताओं पर आधारित फिल्म त्रयोदशी में अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिल्मकार और कवि बुद्धदेव दासगुप्ता के साथ बतौर सहायक निर्देशक और अभिनेता कार्य।

सम्पर्क

निशांत - 9239612662