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"ये पोथियां / अर्जुनदेव चारण" के अवतरणों में अंतर

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'''अनुवाद :-  कुन्दन माली'''
 
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13:12, 1 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण


बेटा
ये पोथियां
छीन लेंगी
तुम्हारे सपने
इनके सांचे ढलने पर
तुम
बन जाओगे
मशीन

इनसे बचना
खुद को
रचना।

अनुवाद :- कुन्दन माली