भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"रफ़ीक़ संदेलवी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|नाम=रफ़ीक़ संदेलवी | |नाम=रफ़ीक़ संदेलवी | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
− | |जन्म= | + | |जन्म=01 दिसम्बर 1961 |
− | |जन्मस्थान=पाकिस्तान | + | |जन्मस्थान=टोबा टेक सिंह, पाकिस्तान |
|मृत्यु= | |मृत्यु= | ||
|कृतियाँ=सब्ज़ आँखों में तीर (1986),गुर्ज़ (1987), एक रात का ज़िक्र (1988), घर में बैठा शख़्स (2007) | |कृतियाँ=सब्ज़ आँखों में तीर (1986),गुर्ज़ (1987), एक रात का ज़िक्र (1988), घर में बैठा शख़्स (2007) |
04:32, 28 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
रफ़ीक़ संदेलवी
जन्म | 01 दिसम्बर 1961 |
---|---|
जन्म स्थान | टोबा टेक सिंह, पाकिस्तान |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
सब्ज़ आँखों में तीर (1986),गुर्ज़ (1987), एक रात का ज़िक्र (1988), घर में बैठा शख़्स (2007) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
रफ़ीक़ संदेलवी / परिचय |
ग़ज़लें
- अजब इक साया-ए-लाहूत में तहलील होगी / रफ़ीक़ संदेलवी
- अना को ख़ुद पर सवार मैं ने नहीं क्या था / रफ़ीक़ संदेलवी.
- कभी ज़ख़्मी करूँ पाँव कभी सर फोड़ कर देखूँ / रफ़ीक़ संदेलवी
- ख़ता होने लगे थे राद से औसान मेरे / रफ़ीक़ संदेलवी
- ख़ेमा-ए-ख़्वाब की तनाबें खोल / रफ़ीक़ संदेलवी
- कुछ रोज़ मैं इस ख़ाक के पर्दे में रहूँगा / रफ़ीक़ संदेलवी
- मैं हवा को मुंजमिद कर दूँ तो कैसे साँस लूँ / रफ़ीक़ संदेलवी
- मैं इक पहाड़ी तले दबा लूँ किसे ख़बर है / रफ़ीक़ संदेलवी
- नींद के आब-ए-रवाँ को मात देने आऊँगा / रफ़ीक़ संदेलवी
- उसे शौक़-ए-ग़ोता-ज़नी न था वो कहाँ गया / रफ़ीक़ संदेलवी
- ज़मीन पाँव तले सर पे आसमान लिए / रफ़ीक़ संदेलवी