भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ज़िन्दगी से उन्स है / साहिर लुधियानवी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=साहिर लुधियानवी |संग्रह= }} ज़िन्दगी से उन्स है, हुस्न ...) |
|||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=साहिर लुधियानवी | |रचनाकार=साहिर लुधियानवी | ||
− | |संग्रह= | + | |संग्रह=परछाईयाँ (संग्रह) / साहिर लुधियानवी |
}} | }} | ||
− | + | <poem> | |
ज़िन्दगी से उन्स है, हुस्न से लगाव है | ज़िन्दगी से उन्स है, हुस्न से लगाव है | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
दिल अभी बुझा नहीं, रंग भर रहा हूँ मैं | दिल अभी बुझा नहीं, रंग भर रहा हूँ मैं | ||
− | ख़ाक-ए-हयात में, आज भी हूँ मुनहमिक | + | ख़ाक-ए-हयात में, आज भी हूँ मुनहमिक<sup>1</sup> |
फ़िक्र-ए-कायनात में ग़म अभी लुटा नहीं | फ़िक्र-ए-कायनात में ग़म अभी लुटा नहीं | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
हर्फ़-ए-हक़ अज़ीज़ है, ज़ुल्म नागवार है | हर्फ़-ए-हक़ अज़ीज़ है, ज़ुल्म नागवार है | ||
− | अहद-ए-नौ से आज भी अहद उसतवार है | + | अहद-ए-नौ से आज भी अहद उसतवार<sup>2</sup> है |
मैं अभी मरा नहीं | मैं अभी मरा नहीं | ||
− | + | </poem> | |
− | मुनमहिक=संलग्न; उसतवार=पुष्ट | + | 1 मुनमहिक=संलग्न; |
+ | 2 उसतवार=पुष्ट |
21:53, 31 जनवरी 2012 के समय का अवतरण
ज़िन्दगी से उन्स है, हुस्न से लगाव है
धड़कनों में आज भी इश्क़ का अलाव है
दिल अभी बुझा नहीं, रंग भर रहा हूँ मैं
ख़ाक-ए-हयात में, आज भी हूँ मुनहमिक1
फ़िक्र-ए-कायनात में ग़म अभी लुटा नहीं
हर्फ़-ए-हक़ अज़ीज़ है, ज़ुल्म नागवार है
अहद-ए-नौ से आज भी अहद उसतवार2 है
मैं अभी मरा नहीं
1 मुनमहिक=संलग्न; 2 उसतवार=पुष्ट