भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी / विद्यापति" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Gayatri Gupta (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विद्यापति |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} {{KKCatMaithiliR...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
{{KKCatMaithiliRachna}} | {{KKCatMaithiliRachna}} | ||
<poem> | <poem> | ||
− | हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह | + | हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी। |
नारद बभनमा सs केलैन्ह पुछारी | नारद बभनमा सs केलैन्ह पुछारी | ||
− | बर बूढा लयला | + | बर बूढा लयला भिखारी। |
− | हिमाचल ... | + | हिमाचल... |
ओहि बुढ़वा के बारी नय झारी | ओहि बुढ़वा के बारी नय झारी | ||
− | पर्वत के ऊपर घरारी... | + | पर्वत के ऊपर घरारी... |
− | हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी। | + | हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी। |
भनहि विद्यापति सुनु हे मनाइन | भनहि विद्यापति सुनु हे मनाइन | ||
− | इहो थिका भंगिया भिखारी | + | इहो थिका भंगिया भिखारी |
− | हिमाचल किछुओ नय केलैन्ह बिचारी। | + | हिमाचल किछुओ नय केलैन्ह बिचारी। </poem> |
− | </poem> | + |
12:31, 25 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी।
नारद बभनमा सs केलैन्ह पुछारी
बर बूढा लयला भिखारी।
हिमाचल...
ओहि बुढ़वा के बारी नय झारी
पर्वत के ऊपर घरारी...
हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी।
भनहि विद्यापति सुनु हे मनाइन
इहो थिका भंगिया भिखारी
हिमाचल किछुओ नय केलैन्ह बिचारी।