"दिल का हाल सुने दिलवाला / शैलेन्द्र" के अवतरणों में अंतर
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
}} | }} | ||
[[Category:गीत]] | [[Category:गीत]] | ||
+ | <poem>दिल का हाल सुने दिलवाला, सीधी सी बात न मिर्च मसाला | ||
+ | कहके रहेगा कहनेवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला | ||
− | + | छोटे से घर में गरीब का बेटा, मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा (२) | |
− | + | रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी, आँधियों में जली जीवन बाती | |
− | + | भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला, दिल का हाल सुने दिलवाला | |
− | दिल का हाल सुने | + | |
− | + | हाय करूँ क्या सूरत ऐसी, गांठ के पूरे चोर के जैसी - २ | |
− | + | चलता फिरता जानके एक दिन, बिना देखे पहचान के एक दिन | |
− | + | बांध के ले गया पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला | |
− | + | ||
− | + | ||
− | दिल का हाल सुने | + | |
− | + | बूढ़े दारोगा ने चश्मे से देखा, आगे से देखा पीछे से देखा | |
− | + | ऊपर से देखा नीचे से देखा ,बोला ये क्या कर बैठे घोटाला - 2 | |
− | + | ये तो है थानेदार का साला, दिल का हाल सुने दिलवाला | |
− | + | ||
− | + | ||
− | दिल का हाल सुने | + | |
− | + | ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं ,ख़ुश हूँ मगर आबाद नहीं मैं (२) | |
− | + | मंज़िल मेरे पास खड़ी है, पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है | |
− | + | टांग अढा़ता है दौलतवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
− | दिल का हाल सुने | + | |
− | + | सुन लो मगर ये किसी से न कहना, तिनके का लेके सहारा न बहना (२) | |
− | + | बिन मौसम मलहार न गाना ,आधी रात को मत चिल्लाना | |
− | + | वरना पकड़ लेगा पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला | |
− | + | </poem> | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
− | सुन लो मगर ये किसी से न कहना | + | |
− | तिनके का लेके सहारा न बहना (२) | + | |
− | बिन मौसम मलहार न गाना | + | |
− | आधी रात को मत चिल्लाना | + | |
− | वरना पकड़ लेगा | + | |
− | दिल का हाल सुने | + |
10:21, 28 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण
दिल का हाल सुने दिलवाला, सीधी सी बात न मिर्च मसाला
कहके रहेगा कहनेवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
छोटे से घर में गरीब का बेटा, मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा (२)
रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी, आँधियों में जली जीवन बाती
भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
हाय करूँ क्या सूरत ऐसी, गांठ के पूरे चोर के जैसी - २
चलता फिरता जानके एक दिन, बिना देखे पहचान के एक दिन
बांध के ले गया पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
बूढ़े दारोगा ने चश्मे से देखा, आगे से देखा पीछे से देखा
ऊपर से देखा नीचे से देखा ,बोला ये क्या कर बैठे घोटाला - 2
ये तो है थानेदार का साला, दिल का हाल सुने दिलवाला
ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं ,ख़ुश हूँ मगर आबाद नहीं मैं (२)
मंज़िल मेरे पास खड़ी है, पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है
टांग अढा़ता है दौलतवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला
सुन लो मगर ये किसी से न कहना, तिनके का लेके सहारा न बहना (२)
बिन मौसम मलहार न गाना ,आधी रात को मत चिल्लाना
वरना पकड़ लेगा पुलिसवाला, दिल का हाल सुने दिलवाला