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उजाला
 
उजाला

21:05, 9 जनवरी 2008 के समय का अवतरण




उजाला

इस ज़माने का जाला है

आदमी ने जिसे

अपने बचाव में

बुन डाला है


(रचनाकाल :06.10.1965)