भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हम होंगे कामयाब / गिरिजाकुमार माथुर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गिरिजाकुमार माथुर }} हम होंगे कामयाब एक दिन<br> मन में है...) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|रचनाकार=गिरिजाकुमार माथुर | |रचनाकार=गिरिजाकुमार माथुर | ||
}} | }} | ||
+ | <poem> | ||
+ | होंगे कामयाब, होंगे कामयाब | ||
+ | हम होंगे कामयाब एक दिन | ||
+ | हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास | ||
+ | हम होंगे कामयाब एक दिन | ||
+ | होंगी शांति चारो ओर | ||
+ | होंगी शांति चारो ओर | ||
+ | होंगी शांति चारो ओर एक दिन | ||
+ | हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास | ||
+ | होंगी शांति चारो ओर एक दिन | ||
− | हम | + | हम चलेंगे साथ-साथ |
− | मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास | + | डाल हाथों में हाथ |
− | हम | + | हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन |
+ | हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास | ||
+ | हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन | ||
− | + | नहीं डर किसी का आज | |
− | + | नहीं भय किसी का आज | |
− | + | नहीं डर किसी का आज के दिन | |
− | मन में है विश्वास पूरा है विश्वास | + | हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास |
− | + | नहीं डर किसी का आज के दिन | |
− | + | हम होंगे कामयाब एक दिन | |
− | + | </poem> | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + |
20:23, 15 जनवरी 2009 के समय का अवतरण
होंगे कामयाब, होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन
होंगी शांति चारो ओर
होंगी शांति चारो ओर
होंगी शांति चारो ओर एक दिन
हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
होंगी शांति चारो ओर एक दिन
हम चलेंगे साथ-साथ
डाल हाथों में हाथ
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन
हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन
नहीं डर किसी का आज
नहीं भय किसी का आज
नहीं डर किसी का आज के दिन
हो-हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास
नहीं डर किसी का आज के दिन
हम होंगे कामयाब एक दिन