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(प्रताप सोमवंशी)
 
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'''[[प्रताप सोमवंशी| कविता कोश में प्रताप सोमवंशी की रचनाएँ]]'''
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==प्रताप सोमवंशी==
 
==प्रताप सोमवंशी==
 
जन्म-२० दिसंबर १९६८ को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में। इलाहाबाद में शिक्षा-दीक्षा। इस समय अमर उजाला हिंदी दैनिक के कानपुर संस्करण में स्थानीय संपादक। पत्रकारिता में पिछले १७ बरसों से सक्रिय। दक्षिण एशियाई मीडिया फेलोशिप के तहत वषॆ १९९९ में बुंदेलखंड के सिलिका खनन क्षेत्रों की महिलाओं पर अध्ययन. औरत और धरती का साझा दुख। जनसत्ता, दैनिक भास्कर, वेबदुनिया डाट काम में विभिन्न पदों पर रहे। चित्रकूट पर एक वृत्त-चित्र का निदेॆशन। रेडियो के लिए कई लघु नाटिकाएं लिखीं। कविताओं का कन्नड़, बांग्ला, उर्दू में अनुवाद। अनौपचारिक शिक्षा, वन्य जीवन और बच्चों के लिए कई किताबें प्रकाशित। अनौपचारिक शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम निधाऱॆण में विशेषज के तौर पर शामिल। ५० से अधिक पाठ्यक्रम आधारित पुस्तक और प्रवेशिकाओं के रचना मंडल में शामिल।
 
जन्म-२० दिसंबर १९६८ को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में। इलाहाबाद में शिक्षा-दीक्षा। इस समय अमर उजाला हिंदी दैनिक के कानपुर संस्करण में स्थानीय संपादक। पत्रकारिता में पिछले १७ बरसों से सक्रिय। दक्षिण एशियाई मीडिया फेलोशिप के तहत वषॆ १९९९ में बुंदेलखंड के सिलिका खनन क्षेत्रों की महिलाओं पर अध्ययन. औरत और धरती का साझा दुख। जनसत्ता, दैनिक भास्कर, वेबदुनिया डाट काम में विभिन्न पदों पर रहे। चित्रकूट पर एक वृत्त-चित्र का निदेॆशन। रेडियो के लिए कई लघु नाटिकाएं लिखीं। कविताओं का कन्नड़, बांग्ला, उर्दू में अनुवाद। अनौपचारिक शिक्षा, वन्य जीवन और बच्चों के लिए कई किताबें प्रकाशित। अनौपचारिक शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम निधाऱॆण में विशेषज के तौर पर शामिल। ५० से अधिक पाठ्यक्रम आधारित पुस्तक और प्रवेशिकाओं के रचना मंडल में शामिल।
gazalon me ek khas tarah ki mahak.
 

23:50, 17 मार्च 2009 के समय का अवतरण

प्रताप सोमवंशी

जन्म-२० दिसंबर १९६८ को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में। इलाहाबाद में शिक्षा-दीक्षा। इस समय अमर उजाला हिंदी दैनिक के कानपुर संस्करण में स्थानीय संपादक। पत्रकारिता में पिछले १७ बरसों से सक्रिय। दक्षिण एशियाई मीडिया फेलोशिप के तहत वषॆ १९९९ में बुंदेलखंड के सिलिका खनन क्षेत्रों की महिलाओं पर अध्ययन. औरत और धरती का साझा दुख। जनसत्ता, दैनिक भास्कर, वेबदुनिया डाट काम में विभिन्न पदों पर रहे। चित्रकूट पर एक वृत्त-चित्र का निदेॆशन। रेडियो के लिए कई लघु नाटिकाएं लिखीं। कविताओं का कन्नड़, बांग्ला, उर्दू में अनुवाद। अनौपचारिक शिक्षा, वन्य जीवन और बच्चों के लिए कई किताबें प्रकाशित। अनौपचारिक शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम निधाऱॆण में विशेषज के तौर पर शामिल। ५० से अधिक पाठ्यक्रम आधारित पुस्तक और प्रवेशिकाओं के रचना मंडल में शामिल।