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ये मन्दिर पाण्डवों पाण्डुओं ने बनाया है
पहले यहाँ
इस टीले के सिवा कुछ न था
इस टीले के सिवा
ये मन्दिर पाण्डवों पाण्डुओं ने बनाया है
रातों-रात
कहते हैं
ब्रह्मा विष्णु महेश
उतरे थे धरती पर
पाण्डवों पाण्डुओं की मदद और
धरती के अशुभ रहस्यों से निबटने के लिए
लाए थे हाटकोटी से देवदार की
दीवारों के लिए बैद्यनाथ से पत्थर
और काँगड़े में ढली ख़ास
अष्ट धातु धात की मूर्ति
शिखर के लिए काँस-कलश
रातोंरात