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"गळगचिया (22) / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर
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+ | नीचै छयाँ में सूतो मिनख सोच्यो-किस्यो क सोवणूं पंखेरू हैै। अतै में कमेड़ी बींठ करी, सीधी आ र मिनख रै उपराँ पड़ी, मिनख झुंझळा र बोल्यो- किस्यो क बदजात जीव है। | ||
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13:36, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण
बादळवाई रो दिन। मधरो मधरो आथूंणूं बायरो चालै। खेजड़ी उपरां बैठी कमेड़ी बोली टमरक टूं।
नीचै छयाँ में सूतो मिनख सोच्यो-किस्यो क सोवणूं पंखेरू हैै। अतै में कमेड़ी बींठ करी, सीधी आ र मिनख रै उपराँ पड़ी, मिनख झुंझळा र बोल्यो- किस्यो क बदजात जीव है।