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"सलाह / इब्बार रब्बी" के अवतरणों में अंतर

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शेर ने सलाह दी  
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शेर को सलाह दी  
 
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खरगोश ने  
 
खरगोश ने  
 
 
शेर हिरन को खा गया  
 
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भेडियों को भगा दिया  
 
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खा गया नील गाय को  
 
खा गया नील गाय को  
 
 
  
 
शेर को सलाह दी खरगोश ने  
 
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वह हाथी को मार आया  
 
वह हाथी को मार आया  
 
 
सुनसान हो गया सारा जंगल  
 
सुनसान हो गया सारा जंगल  
 
 
कुछ नहीं बचा खाने को  
 
कुछ नहीं बचा खाने को  
 
 
भाँय-भाँय कर रहा था  
 
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शेर के पेट का कुआँ  
 
शेर के पेट का कुआँ  
 
 
उसने पुकारा खरगोश को  
 
उसने पुकारा खरगोश को  
 
 
वह अपने सदाबहार बिल से  
 
वह अपने सदाबहार बिल से  
 
 
बाहर आया  
 
बाहर आया  
 
 
शेर उसे चट कर गया ।
 
शेर उसे चट कर गया ।
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00:25, 12 मई 2009 के समय का अवतरण

शेर को सलाह दी
खरगोश ने
शेर हिरन को खा गया
भेडियों को भगा दिया
खा गया नील गाय को

शेर को सलाह दी खरगोश ने
वह हाथी को मार आया
सुनसान हो गया सारा जंगल
कुछ नहीं बचा खाने को
भाँय-भाँय कर रहा था
शेर के पेट का कुआँ
उसने पुकारा खरगोश को
वह अपने सदाबहार बिल से
बाहर आया
शेर उसे चट कर गया ।