भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बेटी : अेक / ॠतुप्रिया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
 
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
 
|अनुवादक=
 
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-5 / ओम पुरोहित ‘कागद’, सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
+
|संग्रह=थार-सप्तक-5 / ओम पुरोहित ‘कागद’ ; सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
 
}}
 
}}
 
{{KKCatKavita}}
 
{{KKCatKavita}}

15:43, 8 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

बाळपणै सूं लेयर
बिदा होवण तांई
ओळ्यूं रै आसरै
टपावै टैम
कठै जाई
कठै परणाई
पण बटी कियां हो सकै
पराई।