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"मेरा ईश्वर / लीलाधर जगूड़ी" के अवतरणों में अंतर
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मेरा ईश्वर मुझसे नाराज़ है | मेरा ईश्वर मुझसे नाराज़ है | ||
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क्योंकि मैंने दुखी न रहने की ठान ली | क्योंकि मैंने दुखी न रहने की ठान ली | ||
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मेरे देवता नाराज़ हैं | मेरे देवता नाराज़ हैं | ||
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क्योंकि जो ज़रूरी नहीं है | क्योंकि जो ज़रूरी नहीं है | ||
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मैंने त्यागने की कसम खा ली है | मैंने त्यागने की कसम खा ली है | ||
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न दुखी रहने का कारोबार करना है | न दुखी रहने का कारोबार करना है | ||
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न सुखी रहने का व्यसन | न सुखी रहने का व्यसन | ||
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मेरी परेशानियां और मेरे दुख ही | मेरी परेशानियां और मेरे दुख ही | ||
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ईश्वर का आधार क्यों हों ? | ईश्वर का आधार क्यों हों ? | ||
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पर सुख भी तो कोई नहीं है मेरे पास | पर सुख भी तो कोई नहीं है मेरे पास | ||
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सिवा इसके कि दुखी न रहने की ठान ली है । | सिवा इसके कि दुखी न रहने की ठान ली है । | ||
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16:55, 5 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
मेरा ईश्वर मुझसे नाराज़ है
क्योंकि मैंने दुखी न रहने की ठान ली
मेरे देवता नाराज़ हैं
क्योंकि जो ज़रूरी नहीं है
मैंने त्यागने की कसम खा ली है
न दुखी रहने का कारोबार करना है
न सुखी रहने का व्यसन
मेरी परेशानियां और मेरे दुख ही
ईश्वर का आधार क्यों हों ?
पर सुख भी तो कोई नहीं है मेरे पास
सिवा इसके कि दुखी न रहने की ठान ली है ।