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"पुरानी यादें-5 / मनीषा पांडेय" के अवतरणों में अंतर

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पुराने छोटे पड़ गए कपड़ों की तरह
 
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बंद कर किसी जंग खाए संदूक में
 
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पुरानी यादों को
 
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कहीं दूर छोड़ आऊँ
 
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इतनी दूर
 
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कि पहचानकर मेरा संदूक
 
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कोई वापस न छोड़ जाए मेरे दरवाज़े
 
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20:50, 26 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

पुराने छोटे पड़ गए कपड़ों की तरह
बंद कर किसी जंग खाए संदूक में
पुरानी यादों को
कहीं दूर छोड़ आऊँ
इतनी दूर
कि पहचानकर मेरा संदूक
कोई वापस न छोड़ जाए मेरे दरवाज़े