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"पुरानी यादें-6 / मनीषा पांडेय" के अवतरणों में अंतर

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घर के गर्दो-गुबार की तरह
 
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सूरज उगने से पहले
 
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बुहारकर निकाल दूँ
 
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गुज़री हुई यादें
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इतनी दूर
 
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कि हवा के साथ उड़कर वापस न आ सके
 
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20:50, 26 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

घर के गर्दो-गुबार की तरह
सूरज उगने से पहले
बुहारकर निकाल दूँ
सारे बीते दिन
गुज़री हुई यादें
इतनी दूर
कि हवा के साथ उड़कर वापस न आ सके