भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
[[Category:हाइकु]]
<poem>
1व्याकुल जीवकहाँ जाए क्या करे?सूझे न बाट।2गुफ़ा के द्वारेबाघ बैठा घूरताराही आक्रांत ।3खौलता पानीकैसी यह नदियातट भी दूर।4प्राण-सौरभदुआ बन तुम्हारामुझे छू गया5दुर्गम पथ साथ मिले तुम्हारा सुमन खिलें ।6गुलाबी पातपतझर ले आयायौवन रूप।7मधुर वाणीदिए घाव हज़ारअबकी बार।8मेघों ने छानीहो गई रुपहलीधूप सुहानी।'''9छलके शब्द'''बही अमृत धारारूप तुम्हारा।10तुम हो धरामैं नभ तुम्हाराअंक में ले लो।
</poem>