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"तूँ आ जा मइया / उमेश बहादुरपुरी" के अवतरणों में अंतर

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नगरिया के लोगवा मारऽ हे ठहकवा तूँ आ जा मइया।
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नगरिया के लोगवा मारऽ हे ठहकवा तूँ आ जा मइया
ओढ़के ललकी चुनरिया तूँ आ जा मइया।
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ओढ़के ललकी चुनरिया तूँ आ जा मइया
आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया।। ओढ़के ...
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आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया
जाग-जाग सारी रात लाल भेलै अँखिया।
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ओढ़के ...
रतिया के बतिया पूछऽ हे संघतिया।
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डालके ललकी ओहरिया तूँ आ जा मइया।। ओढ़के ....
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जाग-जाग सारी रात लाल भेलै अँखिया
ऊड़हुल के फूलवा हम तोड़लूँ ए माई।
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रतिया के बतिया पूछऽ हे संघतिया
सारी रे नगरिया बजइलूँ शहनाई।
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डालके ललकी ओहरिया तूँ आ जा मइया
चढ़के ललकी पलकिया तूँ आ जा मइया।। ओढ़के...
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ओढ़के ....
पूअवा बनयलूँ, बनयलूँ पकमनमा।
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बीत गेलै भदवा बीतलै सवनमा।
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ऊड़हुल के फूलवा हम तोड़लूँ ए माई
सुनके हमरो भजनियाँ तूँ आ जा मइया।। ओढ़के...
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सारी रे नगरिया बजइलूँ शहनाई
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चढ़के ललकी पलकिया तूँ आ जा मइया
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ओढ़के...
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पूअवा बनयलूँ, बनयलूँ पकमनमा
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बीत गेलै भदवा बीतलै सवनमा
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सुनके हमरो भजनियाँ तूँ आ जा मइया
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ओढ़के...
 
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12:28, 13 मार्च 2019 के समय का अवतरण

नगरिया के लोगवा मारऽ हे ठहकवा तूँ आ जा मइया
ओढ़के ललकी चुनरिया तूँ आ जा मइया
आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया हे, तूँ आ जा मइया
ओढ़के ...

जाग-जाग सारी रात लाल भेलै अँखिया
रतिया के बतिया पूछऽ हे संघतिया
डालके ललकी ओहरिया तूँ आ जा मइया
ओढ़के ....

ऊड़हुल के फूलवा हम तोड़लूँ ए माई
सारी रे नगरिया बजइलूँ शहनाई
चढ़के ललकी पलकिया तूँ आ जा मइया
ओढ़के...

पूअवा बनयलूँ, बनयलूँ पकमनमा
बीत गेलै भदवा बीतलै सवनमा
सुनके हमरो भजनियाँ तूँ आ जा मइया
ओढ़के...