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"आगू चलऽ हे रुपया / उमेश बहादुरपुरी" के अवतरणों में अंतर

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आगू चलऽ हे रुपइया,
 
आगू चलऽ हे रुपइया,
 
सबसे आगु भागल जाहे
 
सबसे आगु भागल जाहे
देखऽ समय के पहिया।।
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देखऽ समय के पहिया
 
वक्त के जे पहचानलक,
 
वक्त के जे पहचानलक,
झुका देलक ऊ जमाना।
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झुका देलक ऊ जमाना
 
वक्त के बरबाद कइलक,
 
वक्त के बरबाद कइलक,
ऊ होगेल बेगाना।
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ऊ होगेल बेगाना
 
तूँ भी वक्त के पहचानऽ,
 
तूँ भी वक्त के पहचानऽ,
आझ न´् कहिया।। दुनिया....
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आझ नञ् कहिया
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दुनिया....
 
वक्त जेक्कर साथ देलक,
 
वक्त जेक्कर साथ देलक,
त दुर्बल बनल दबंगा।
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त दुर्बल बनल दबंगा
 
वक्त जेकरा छोड़ देलक,
 
वक्त जेकरा छोड़ देलक,
त राजा बन गेल रंक।
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त राजा बन गेल रंक
 
वक्त के आगु सभे झुकल,
 
वक्त के आगु सभे झुकल,
राजा हो या रहिया।।
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राजा हो या रहिया
 
बहादुरपुरी के कहना मानऽ,
 
बहादुरपुरी के कहना मानऽ,
वक्त के न´् भुलइहा।
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वक्त के नञ् भुलइहा
वक्त से तूँ डरके रहिहा,
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वक्त से तूँ डरके रहिहा
वक्त के न´ अजमइहा।
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वक्त के नञ् अजमइहा
आबऽ मिलके गाबऽ गाना,
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आबऽ मिलके गाबऽ गाना
वक्त के बनऽ सिपहिइया।।
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वक्त के बनऽ सिपहिइया
  
 
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14:37, 13 मार्च 2019 के समय का अवतरण

दुनिया चलऽ हे पाछु-पाछु रे भइया
आगू चलऽ हे रुपइया,
सबसे आगु भागल जाहे
देखऽ समय के पहिया
वक्त के जे पहचानलक,
झुका देलक ऊ जमाना
वक्त के बरबाद कइलक,
ऊ होगेल बेगाना
तूँ भी वक्त के पहचानऽ,
आझ नञ् त कहिया
दुनिया....
वक्त जेक्कर साथ देलक,
त दुर्बल बनल दबंगा
वक्त जेकरा छोड़ देलक,
त राजा बन गेल रंक
वक्त के आगु सभे झुकल,
राजा हो या रहिया
बहादुरपुरी के कहना मानऽ,
वक्त के नञ् भुलइहा
वक्त से तूँ डरके रहिहा
वक्त के नञ् अजमइहा
आबऽ मिलके गाबऽ गाना
वक्त के बनऽ सिपहिइया