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"पाँच खिडकियों वाले घर / शतदल" के अवतरणों में अंतर

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एक प्रहर  
 
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युग -युग जीने की
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युग-युग जीने की
 
सच पूछो तो प्रथा यही ।
 
सच पूछो तो प्रथा यही ।
 
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00:48, 15 मई 2020 के समय का अवतरण

दर्पण में
जन्मी छाया से
मैंने अपनी कथा कही ।

बहुत बढ़ाकर
कहने पर भी
कथा रही
ढाई आखर की
गूँज उठी
सारी दीवारें
पाँच खिड़कियों
वाले घर की

एक प्रहर
युग-युग जीने की
सच पूछो तो प्रथा यही ।