भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"महानगर / अजित कुमार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
|संग्रह=ये फूल नहीं / अजित कुमार
 
|संग्रह=ये फूल नहीं / अजित कुमार
 
}}
 
}}
 +
{{KKCatKavita}}
 
<Poem>
 
<Poem>
 
 
महानगर
 
महानगर
  

21:14, 1 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

महानगर

न भूँकते हुए कुत्ते थे,
न रास्ता काटती बिल्लियाँ,
पर ठिठककर खड़े हो गये तुम…
वहाँ एक छोटा चूहा
दम तोड़ रहा था

आकाश
एक चील की तरह
मुँह बाए हुए था ।